हिमाचल के मंडी में कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर बिंद्रावणी और पंडोह के बीच दो घंटे के लिए वाहनों की आवाजाही रोकी गई। बिंद्रावणी और पंडोह में पुलिस जवानों ने बैरिकेड लगाकर वाहन रोके। इसके बाद सड़क किनारे दोनों और वाहनों की लंबी लंबी कतारे लगी। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
मंडी जिला प्रशासन ने अगले चार दिन तक फोरलेन को मरम्मत और हाईवे की पहाड़ियों में हवा में लटक रही बड़ी बड़ी चट्टानों को हटाने के लिए सड़क बंद करने का निर्णय लिया है। मंडी जिला प्रशासन के अनुसार, 27 से 31 जुलाई के बीच सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक यातायात रोका जाएगा। आज भी इसी टाइम में हाईवे को वाहनों के लिए रोका गया।
फोरलेन बंद करने से स्थानीय लोगों के साथ साथ पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली आदि राज्यों से मनाली, लाहौल स्पीति, अटल टनल रोहतांग आदि पर्यटन स्थलों पर आने वाले पर्यटकों को भी 2 घंटे तक परेशानियां झेलनी पड़ी। अगले तीन दिन के दौरान भी पर्यटकों और स्थानीय लोगों को परेशानी झेलनी पड़ेगी।
छोटे वाहन वैकल्पिक मार्ग से भेजे जा रहे
फोरलेन बंद होने के दौरान छोटे वाहनों को वाया कटौला-बजौरा होते हुए भेजा गया। यह सड़क सिंगल लेन है। इसलिए बड़े वाहनों को वैकल्पिक मार्ग पर नहीं भेजा गया और हाईवे खुलने का इंतजार करना पड़ा।
पिछले साल भी बरसात के मौसम में बिंद्रावनी और पंडोह के बीच कई बार भूस्खलन हुआ था और हाईवे कई दिनों तक बंद रहा था। इस बार भी पिछले एक महीने के दौरान हाईवे पर कई बार भूस्खलन हुआ है। इसे देखते हुए कुछ दिन पहले फोरलेन को सिंगल लेन कर दिया गया था।
खतरनाक चट्टानों को हटाने के लिए हाईवे बंद: डीसी
डीसी एवं जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के चेयरमैन अपूर्व देवगन ने बताया कि आज से 31 अगस्त तक हाईवे दो घंटे के लिए बंद रहेगा। निर्माण कार्य के चलते इस दौरान किसी को भी आने-जाने की अनुमति नहीं होगी। बारिश के कारण बिंद्रावनी से पंडोह के बीच बार-बार भूस्खलन हो रहा है।
एनएच पर कई स्थानों पर बड़े-बड़े पत्थर खतरा बने हुए हैं, जिनके गिरने से यात्रियों की जान को खतरा पैदा हो गया है। इन्हें हटाने के लिए हाईवे बंद करना जरूरी है, ताकि एनएचएआई की टीम सड़क की मरम्मत और खतरनाक चट्टानों को हटाने का काम आसानी से कर सके।