प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झाबुआ में कहा, ‘कांग्रेस जब सत्ता में होती है तो लूट करती है, जब सत्ता से बाहर होती है तो लोगों को लड़वाती है। लूट और फूट, यही कांग्रेस की ऑक्सीजन है।’
रविवार को जनजातीय सम्मेलन में उन्होंने दावा करते हुए कहा, ‘भाजपा अकेले 370 सीटें ला रही है। 2023 में कांग्रेस की छुट्टी हुई थी, 2024 में सफाया तय है।’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के नतीजों से आप पहले ही बता चुके हैं कि लोकसभा चुनाव के लिए आपका मूड क्या रहने वाला है, इसलिए इस बार विपक्ष के बड़े-बड़े नेता पहले से ही कहने लगे हैं- 2024 में 400 पार, फिर एक बार मोदी सरकार।’
इससे पहले प्रधानमंत्री ने सभास्थल पर रथ पर सवार होकर लोगों का अभिवादन किया। प्रधानमंत्री के रोड शो के लिए अस्थायी गैलरी बनाई गई। उन्होंने 7550 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी। कुछ प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण किया। पीएम ने झाबुआ से ही खरगोन में 170 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले टंट्या मामा भील विश्वविद्यालय की आधारशिला भी रखी।
मोदी के भाषण की 10 खास बातें
प्रचार के लिए नहीं आया: ‘मोदी लोकसभा प्रचार के लिए नहीं आया है। मोदी तो सेवक के तौर पर ईश्वर रूपी एमपी की जनता का आभार मानने आया है। MP ने पहले ही बता दिया है कि 2024 में 400 पार।’
वोट ज्यादा लाने की जड़ी-बूटी: ‘लोकसभा चुनाव में अकेला कमल का निशान 370 का आंकड़ा पार करेगा। यह कैसे करोगे? मैं आपको एक जड़ी-बूटी देता हूं। आपको यहां से जाकर एक ही काम करना है। पिछले तीन चुनाव में आपके यहां पोलिंग बूथ में कमल पर कितने वोट पड़े, वो निकालो। यह लिख लो कि पिछले तीन चुनाव में इस पोलिंग बूथ पर सबसे ज्यादा वोट मिले थे। फिर आप तय करना कि अब जो ज्यादा से ज्यादा वोट बूथ में मिले थे, उसमें इस बार 370 नए वोट जुड़ने चाहिए। यानी पिछले से 370 वोट ज्यादा लाना है।’
2024 में कांग्रेस का सफाया तय: PM ने कहा, ‘2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की छुट्टी हुई, 2024 में सफाया तय है। कांग्रेस का एक ही काम है- नफरत, नफरत और नफरत।’
जनजातीय समाज के सम्मान की गारंटी: ‘हमारे लिए जनजातीय समाज वोट बैंक नहीं, देश का गौरव है। आपका सम्मान और विकास मोदी की गारंटी है। बच्चों और युवाओं के सपने मोदी का संकल्प है।’
बेटियों को पढ़ाने का वचन: ‘जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब गांव-गांव घर-घर जाकर कहता था कि मुझे भिक्षा में वचन दो कि आप अपनी बेटी को पढ़ाओगे। 40-45 डिग्री तापमान, गर्म हवाओं में मैं झाबुआ के बगल में दाहोद के जंगल में छोटे गांवों में जाकर बेटियों की अंगुली पकड़कर स्कूल ले जाने का काम करता था।’
बीमारू एमपी को विकसित बनाया: ‘हमारे लिए आपके वोट नहीं, आपकी जिंदगी मायने रखती है। मैंने आदिवासियों के जीवन के लिए सिकलसेल अभियान शुरू किया। यह नीयत का ही फल है कि हमने मप्र को बीमारू राज्य से विकसित राज्य बना दिया है।’