भाजपा ने राज्यसभा चुनावों के लिए रविवार को बिहार, छत्तीसगढ़, हरियाणा, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल से अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। यूपी से आरपीएन सिंह, सुधांशु त्रिवेदी, चौधरी तेजवीर सिंह, साधना सिंह, अमरपाल मौर्य, संगीता बलवंत, नवीन जैन को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया गया है।
हरियाणा से सुभाष बराला, बिहार से धर्मशीला गुप्ता और भीम सिंह, उत्तराखंड से महेंद्र भट्ट, बंगाल से सामिक भट्टाचार्य, कर्नाटक से नारायणा कृष्णासा भांडगे और छ्त्तीसगढ़ से राजा देवेंद्र प्रताप सिंह का नाम लिस्ट में शामिल है।
राज्यसभा चुनाव के लिए 27 फरवरी को सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक वोटिंग होगी। इसी दिन वोटिंग के बाद चुनाव के नतीजों का ऐलान कर दिया जाएगा। उम्मीदवारों के नामांकन की आखिरी तारीख 15 फरवरी है।
छत्तीसगढ़: राजा देवेंद्र प्रताप सिंह राज्यसभा उम्मीदवार
भाजपा ने छत्तीसगढ़ से राजा देवेंद्र प्रताप सिंह को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाया है। छत्तीसगढ़ से राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय का कार्यकाल अप्रैल में खत्म होने वाला है। सरोज पांडेय छत्तीसगढ़ की पहली निर्वाचित राज्यसभा सांसद थीं। तब 49 विधायकों वाली भाजपा की प्रत्याशी सरोज पांडेय को 51 वोट मिले थे। राज्य के इतिहास में यह पहला मौका था, जब राज्यसभा के लिए मतदान किया गया। पिछली बार कांग्रेस ने लेखराम साहू को उतारा था, लेकिन उनको पार्टी के ही पूरे वोट नहीं मिले थे।
उत्तर प्रदेश: संगीता बलवंत, छात्रसंघ उपाध्यक्ष से शुरू किया था राजनीतिक करियर
यूपी के गाजीपुर जिले की रहने वाली संगीता बलवंत को भी बीजेपी राज्यसभा भेज रही है। 2022 चुनाव से पहले योगी आदित्यनाथ की सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में मंत्री डॉ. संगीता बलवंत को जगह मिली थी। डॉ. संगीता बलवंत का जन्म गाजीपुर में हुआ। इनके पिता स्व. रामसूरत बिंद रिटायर्ड पोस्टमैन थे। छात्र जीवन से ही उनको राजनीति का शौक रहा है।
इसके साथ-साथ उन्हें पढ़ाई और कविता का बहुत शौक रहा। डॉ. संगीता स्थानीय पीजी कॉलेज, गाजीपुर छात्रसंघ की उपाध्यक्ष भी रही है। इनका विवाह स्थानीय जमानियां कस्बा में डॉ. अवधेश से हुआ है, जो पेशे से होम्योपैथिक चिकित्सक हैं। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में डॉ. संगीता बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ीं और निर्वाचित घोषित हुई थीं।
डॉ. संगीता राजनीतिज्ञ होने के साथ- साथ एक लेखिका भी हैं और साहित्य में रुचि रखती हैं। डॉ. संगीता बिंद (ओबीसी) जाति से आती हैं, और पूर्वांचल में ये वोट बैंक काफी संख्या में है। ये जमानियां क्षेत्र से निर्दलीय जिला पंचायत सदस्य भी रही हैं।
आगरा के पूर्व मेयर रहे बड़े कारोबारी नवीन जैन
नवीन जैन आगरा के सबसे बड़े कारोबारियों में आते हैं। बीजेपी में उनकी अच्छी पकड़ है, वो कई बड़े नेताओं के करीबी भी माने जाते हैं। 2017 में जब उन्होंने आगरा महापौर चुनाव लड़ा था उस वक्त उन्होंने 400 करोड़ रुपए अपनी संपत्ति घोषित की थी। नवीन जैन 2017 में नगर निगम चुनाव लड़ने वाले सबसे अमीर प्रत्याशी थे। इस बार भी आगरा मेयर सीट पर उनकी दावेदारी पक्की मानी जा रही थी, लेकिन तब ये सीट एससी महिला के लिए आरक्षित हो गई थी। इसलिए इस बार जैन मेयर चुनाव नहीं लड़ पाए थे।