प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार 25 जनवरी को बुलंदशहर में जनसभा की। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने शासकों जैसा बर्ताव किया। जनता को अभाव में रखा और समाज को बांटकर सत्ता पाते रहे। मौसम खराब होने के चलते पीएम ने दिल्ली से बुलंदशहर का 90 किमी का सफर कार से तय किया।
पीएम ने यहां 20 हजार करोड़ रुपए के प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास किया। करीब 30 मिनट के भाषण में पीएम ने यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह को भी याद किया। उन्होंने कहा, “इस क्षेत्र ने देश को कल्याण सिंह जैसा सपूत दिया। जिन्होंने रामकाज और राष्ट्रकाज दोनों के लिए अपना जीवन समर्पित किया। आज वो जहां हैं, अयोध्या धाम को देखकर आनंदित हो रहे होंगे। ये हमारा सौभाग्य है कि देश ने कल्याण सिंह और उनके जैसे अनेक लोगों का सपना पूरा किया है।”
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के 3 दिन बाद पीएम का यह उत्तर प्रदेश में पहला दौरा था। पीएम के साथ मंच पर सीएम योगी और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी भी मौजूद रहे। योगी ने जनसभा से कहा कि आपका स्नेह प्रधानमंत्री को मौसम की विपरीत स्थिति में दिल्ली से बाई रोड ले आया। आपने ऐसा कोई प्रधानमंत्री नहीं देखा होगा।
1. कल्याण सिंह, देव से देश और राम से राष्ट्र तक का जिक्र
कल्याण सिंह को राम मंदिर आंदोलन के पुरोधा के तौर पर जाना जाता है। बुलंदशहर उनका गृह जिला है। उन्होंने रामकाज और राष्ट्रकाज के लिए जीवन समर्पित किया। इसके अलावा पीएम ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, राष्ट्र प्रतिष्ठा, देव से देश के मार्ग का जिक्र किया। हमारा लक्ष्य साल-2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है।
2. मीडिया की चुटकी, कहा- मोदी के लिए तो जनता बिगुल फूंकती है
पीएम ने कहा कि कुछ मीडिया वाले चला रहे थे कि मोदी चुनाव का बिगुल फूंकेगा। मोदी तो विकास का बिगुल फूंकता रहता है। मोदी तो समाज के आखिरी व्यक्ति के कल्याण के लिए बिगुल फूंकता रहता है। मोदी को न आज और न ही पहले चुनाव बिगुल फूंकने की जरूरत थी। मोदी के लिए तो जनता जनार्दन बिगुल फूंकती रहती है।
3. पहले कुछ परिवारों ने ही अमीरी देखी
मोदी बिना भेदभाव के हर जरूरतमंद तक तेजी से पहुंचना चाहता है। आजादी के बाद लंबे समय तक कोई गरीबी हटाओ का नारा देता रहा, कोई सामाजिक न्याय के नाम पर झूठ बोलता रहा। लेकिन देश के गरीबों ने देखा कि सिर्फ कुछ परिवारों के घर अमीरी आई। कुछ ही परिवारों की राजनीति फली-फूली। गरीब-पिछड़े तो अपराधियों और दंगों से सहमे हुए थे। अब देश में स्थितियां बदल रही हैं।
4. पहले की सरकारों ने शासकों जैसा बर्ताव किया
पहले लंबे समय तक यहां सरकार चलाने वालों ने शासकों की तरह बर्ताव किया। जनता को अभाव में रखने और समाज में बंटवारे का रास्ता उनके लिए सत्ता पाने का सबसे सरल माध्यम था। इसकी कीमत उत्तर प्रदेश की अनेक पीढ़ियों ने भुगती। देश को भी इसका बहुत बड़ा नुकसान हुआ।