राज्यसभा चुनाव से पहले ही अखिलेश यादव को एक और बड़ा झटका लगा है। अपना दल कमेरावादी की नेता और सपा विधायक डॉ. पल्लवी पटेल ने राज्यसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों को वोट नहीं देने की बात कही है। इससे पहले मंगलवार को स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी के महासचिव पद से इस्तीफे का पत्र अखिलेश यादव को भेजा था।
पल्लवी ने कहा कि जिस PDA यानी पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक की बात अखिलेश यादव करते हैं, वह राज्यसभा उम्मीदवारों के चयन में कहीं नहीं दिखा। वहीं स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे को ओमप्रकाश राजभर ने एक ड्रामा बताया है। उन्होंने कहा, असली इस्तीफा तो तब माना जाएगा जब स्वामी प्रसाद विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा देंगे।
‘PDA के नाम पर बच्चन, रंजन को भेज रहे हैं’
दैनिक भास्कर से बात करते हुए पल्लवी पटेल ने कहा, “कुछ लोग PDA के नाम पर बच्चन और रंजन को राज्यसभा भेज रहे हैं। यह ठीक नहीं है। अगर बात पिछड़ा दलित और अल्पसंख्यक की करते हैं तो राज्यसभा के चुनाव में उन्हें उम्मीदवार क्यों नहीं बनाया गया।”
क्या पल्लवी पटेल अपनी मां कृष्णा पटेल के लिए राज्यसभा का टिकट मांग रही थीं? इस सवाल पर उन्होंने कहा, “नहीं, ऐसी कोई बात नहीं है। और अगर ऐसा कुछ होता तो सबको पता ही चल गया होता।”
पल्लवी आगे कहती हैं, “गठबंधन के बारे में जो भी फैसला लेना है वह कृष्णा पटेल लेंगी। वह तकनीकी रूप से समाजवादी पार्टी की विधायक भले ही हों पर राज्यसभा चुनाव में पार्टी के किसी भी उम्मीदवार को वोट नहीं देंगी।”
दैनिक भास्कर ने जब पल्लवी से पूछा कि क्या उनकी कहीं और बात चल रही है? इस पर उन्होंने कहा कि नहीं वह गठबंधन में सपा के साथ हैं। पल्लवी पटेल सपा की ही सिराथू से विधायक हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य को उस सीट पर हराया था।
अब 2022 के विधानसभा चुनाव की 2 तस्वीरें…