राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 35वें दिन वाराणसी पहुंची। यूपी में न्याय यात्रा का शनिवार को दूसरा दिन रहा। 5 घंटे में राहुल ने 12 किमी. रोड शो किया। खुली जीप में बैठे राहुल लोगों से भी मिलते रहे। राहुल गांधी को वाराणसी के बाद भदोही जाना था, लेकिन अब उनकी यात्रा को एक बार फिर से स्थगित कर दिया गया है। राहुल अचानक वायनाड चले गए हैं।
कांग्रेस पार्टी के नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर राहुल गांधी के वायनाड जाने की जानकारी दी है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि राहुल गांधी वापस इस यात्रा को यूपी में ही प्रयागराज जिले से शुरू करेंगे। कल यानी 18 फरवरी को प्रयागराज से दोपहर 3 बजे से भारत जोड़ो न्याय यात्रा फिर शुरू होगी।
वायनाड में चल रहे विरोध प्रदर्शन में होंगे शामिल
वहीं दैनिक भास्कर को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने बताया कि राहुल के संसदीय क्षेत्र वायनाड में बीते एक हफ्ते में जंगली हाथी के हमले में दो लोगों की जान जा चुकी है। जिससे स्थानीय लोगों में प्रशासन के खिलाफ गुस्सा है। लोग बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी विरोध प्रदर्शन में राहुल शामिल होंगे।
शनिवार को 8 घंटे वाराणसी में रहे राहुल
यूपी में यात्रा के दूसरे दिन राहुल गांधी वाराणसी में करीब 8 घंटे रहे। राहुल ने सुबह 9 बजे पड़ाव से यात्रा शुरू की। कलेक्ट्री फार्म मंडुवाडीह तक खुली जीप में गए। कुरौना में यात्रा समाप्त की। इस तरह 5 घंटे में 12 किमी. तक की यात्रा की।
राहुल ने काशी में रोड शो के साथ ही विश्वनाथ धाम में दर्शन-पूजन किया। गोदौलिया चौराहे की जनसभा में GST और महंगाई को लेकर केंद्र पर निशाना साधा। उनके साथ सीनियर लीडर जयराम रमेश, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय समेत कई नेता मौजूद रहे। गोदौलिया चौराहे से राहुल के काफिले के जाते ही भाजपा कार्यकर्ताओं ने गंगा जल से धुलाई की।
कांग्रेस का X पर पोस्ट- बाबा विश्वनाथ सबका भला करें, दुष्टों को सन्मति दें
राहुल गांधी के वाराणसी दौरे के बाद कांग्रेस ने सोशल मीडिया X पर पोस्ट किया। लिखा- आज सवेरे करीब 10.30 बजे राहुल गांधी ने काशी में बाबा विश्वनाथ मंदिर में दर्शन और अभिषेक किया। अंतिम क्षण पर मंदिर में जाने के लिए हमारे कैमरा को मिली अनुमति निरस्त कर दी गई। जिला प्रशासन ने आश्वस्त किया कि मंदिर के कैमरापर्सन द्वारा फोटो साझा की जाएगी।
साढ़े तीन घंटे तक लगातार प्रयास करने पर भी फोटो उपलब्ध नहीं कराई गई। फिर कुछ 7 तस्वीरें भेजी गईं, जिनमें से एक भी दर्शन करने की नहीं हैं। जबकि मंदिर के कैमरापर्सन ने फोटो खींची थीं। ऐसा करके वाराणसी के जिला प्रशासन ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि वह दिल्ली में बैठे ‘कैमराजीवी’ के मुलाजिम से ज़्यादा और कुछ नहीं।
यह राजनीति और चाटुकारिता नहीं ओछापन है, पर याद रहे शिव के भक्त को न उनके संकल्प से, न न्याय के इस महासंग्राम से कोई ताकत रोक सकती है। बाबा विश्वनाथ सबका भला करें, दुष्टों को सन्मति दें।
पोस्ट को रिट्वीट करते हुए कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने लिखा- यह सब दिल्ली में बैठे हुए देश के प्रधान कैमराजीवी के इशारे से हुआ है। यह उनका ‘वन नेशन, वन फोटो’ पालिसी हैं।