मध्य प्रदेश की कांग्रेस में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। महाराष्ट्र के बाद अब एमपी कांग्रेस में भी बड़ी टूट के संकेत मिल रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ अपने बेटे के साथ बीजेपी में जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
फिलहाल कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ के एक्स बायो से कांग्रेस हटाने और सियासी गलियों में चल रही पाला बदलने की खबरों के बीच कमलनाथ दिल्ली में हैं। इधर, एमपी कांग्रेस चीफ जीतू पटवारी ने कमलनाथ को लेकर चल रही खबरों को निराधार बताया, लेकिन आखिर ऐसी क्या वजह हैं, जिससे कमलनाथ कांग्रेस आलाकमान से इस कदर उखड़ गए कि नौबत पार्टी छोड़ने तक आ गई।
कांग्रेस नेता कमलनाथ उन खबरों के बीच शनिवार को दिल्ली पहुंचे, जहां उनके बीजेपी में शामिल होने की खबरों ने जोर पकड़ा हुआ है। प्रभावशाली गांधी परिवार के बाद सबसे बड़े कांग्रेस नेताओं में से एक कमलनाथ ने बीजेपी में जाने की खबरों से इनकार भी नहीं किया है।
लेकिन सवाल उठता है कि कांग्रेस से क्यों नाराज हैं इंदिरा गांधी के तीसरे बेटे कमलनाथ। कमलनाथ के करीबी सज्जन सिंह वर्मा ने संकेत दिया कि उनके बॉस का अपमान किया गया है। न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा कि नेता के आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि कमलनाथ के पूरी तरह से कांग्रेस छोड़ने के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। वर्मा ने कहा, कमलनाथ जी जा रहे हैं, इस बारे में अभी कोई फैसला नहीं हुआ है, सिर्फ अटकलें हैं। एचटी के मुताबिक नाथ कांग्रेस में किसी अज्ञात मुद्दे को लेकर बेहद आहत थे। जिसके चलते वरिष्ठ नेताओं से मिलने के लिए दिल्ली में हैं।
सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस आलाकमान द्वारा मध्य प्रदेश चुनाव में पार्टी की हार के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराए जाने के बाद से ही कमलनाथ भाजपा नेताओं के संपर्क में थे।
उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी हटा दिया गया और राज्य विधानसभा में विपक्ष का नेता भी नहीं बनाया गया। इसके अलावा कहा जा रहा है कि राज्यसभा के लिए अशोक सिंह के नाम की घोषणा से भी कमलनाथ नाराज थे।सिंह को दिग्विजय सिंह का वफादार माना जाता है। और कमलनाथ को राज्यसभा सीट की चाहत थी।