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जावेद बोला-बच्चों से नफरत करता था भाई साजिद:घटना वाले दिन बाजार से चाकू खरीदा था; बदायूं हत्याकांड में पुलिस को बताई हकीकत

बदायूं डबल मर्डर केस का दूसरा आरोपी जावेद। इस पर 25 हजार रुपए का इनाम था।

बदायूं में दो सगे नाबालिग भाइयों के मर्डर का खुलासा हो गया है। 2 दिनों से फरार चल रहे साजिद के भाई जावेद ने पुलिस को पूछताछ कई जानकारी दी है। जावेद ने पुलिस को बताया, साजिद की 4 साल पहले शादी हुई थी।

उसका कोई भी बच्चा नहीं था। वो दुकान के आस-पास के बच्चों से नफरत करता था। इसी वजह से उसने इस घटना को अंजाम दिया है। वो मानसिक रूप से परेशान भी था। घटना वाले दिन ही उसने बाजार से चाकू खरीदा था।

साजिद बाजार से चाकू खरीद कर लाया था- जावेद

जावेद ने यह भी बताया कि उसका भाई साजिद जब बाजार से चाकू खरीद कर लाया तो उसने इसका कारण पूछा। जिस पर उसने कहा, रमजान में गोश्त काटने के लिए लाया हूं। शाम को जब हम लोग घर जाने लगे तो साजिद ने मुझसे कहा, चल विनोद के घर घूम कर आते हैं। हम लोग बाइक से विनोद के घर गए। मैं बाइक लेकर नीचे खड़ा था। साजिद विनोद के घर के अंदर चला गया।

थोड़ी देर बाद वो घर से बाहर आया तो उसके हाथ खून से सने थे। मैं उसको ऐसे देखकर डर गया। तभी पीछे से विनोद के घर वाले बाहर आ गए। मौके पर भीड़ जमा हो गई। उन लोगों ने हमें पकड़ने का प्रयास किया लेकिन हम लोग मौके से भाग गए।

जावेद ने पुलिस को सुनाई डबल मर्डर की कहानी

बदायूं डबल मर्डर का खुलासा एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने गुरुवार को शाम 6 बजे के करीब किया है। पुलिस ने गुरुवार (21 मार्च) को जावेद को बरेली से गिरफ्तार किया था। पूछताछ में जावेद ने मर्डर की पूरी कहानी पुलिस को बताई है।

जावेद का एक वीडियो भी सामने आया था। इसमें वो कह रहा था, ‘मैं सरेंडर करने बरेली आया हूं। मेरा हत्याकांड से कोई लेना-देना नहीं है, जो किया है, वो मेरे भाई ने किया है।’ चर्चा थी की जावेद बरेली से पीलीभीत के रास्ते नेपाल भागने की फिराक में था।

पुलिस ने जावेद पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। ​​​​जावेद और उसके भाई साजिद ने ​19 मार्च की शाम बदायूं की बाबा कॉलोनी में 2 सगे भाइयों की जानवर काटने वाले चाकू से गला काटकर हत्या कर दी गई थी।

बच्चों की उम्र 13 और 6 साल थी। बता दें, जावेद और साजिद के चाचा ने बुधवार को पुलिस को बताया था कि साजिद की पत्नी के दो बच्चे खराब हो चुके हैं। उसके अभी कोई भी संतान नहीं है।

बेरहमी से की थी दो मासूमों की हत्या

वारदात से गुस्साई भीड़ ने जमकर हंगामा किया था। आरोपियों की बाइक और दुकान में तोड़फोड़ की थी। वारदात के 3 घंटे बाद पुलिस ने आरोपी साजिद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। 20 मार्च को मारे गए दोनों बच्चों का पोस्टमॉर्टम हुआ था।

रिपोर्ट के मुताबिक, 13 साल के बच्चे के शरीर पर 9 घाव मिले, जबकि 6 साल के बच्चे के शरीर पर 11 घाव मिले हैं। दोनों के गले, हाथ, गर्दन, सीने और पेट पर चाकू से वार किए गए।

मृतकों के घर के सामने ही है आरोपियों का सैलून

यह आरोपी साजिद की फोटो है, जिसे पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है।

बाबा काॅलोनी में रहने वाले विनोद कुमार पेशे से ठेकेदार हैं। वे यहां अपनी पत्नी संगीता और बच्चों के साथ रहते हैं। संगीता घर में ही अपना ब्यूटी पार्लर चलाती हैं। विनोद वारदात के वक्त किसी काम से बाहर गए थे। इनके 3 बच्चे थे।

ये आरोपी जावेद की फोटो है। वारदात के बाद से जावेद फरार था। इसे गिरफ्तार किया गया है।

विनोद कुमार ने 20 मार्च को FIR में बताया था- मंगलवार शाम को घर के सामने सैलून की दुकान करने वाला साजिद, जावेद के साथ बाइक से आया। उस वक्त घर पर मेरी पत्नी संगीता और मां मुन्नी देवी और 3 बच्चे, जिनके नाम हैं-आयुष (13), पीयूष (9) और आहान (6) मौजूद थे।

साजिद ने मेरी पत्नी से कहा कि उसकी पत्नी की डिलीवरी होनी है। डॉक्टर ने 11 बजे रात का समय दिया है। उस समय तक जावेद घर के बाहर खड़ा था। साजिद ने मेरी पत्नी से 5000 रुपए मांगे। जवाब में पत्नी ने कहा कि अभी लाकर देती हूं, तभी साजिद ने बेटे पीयूष से पुड़िया लाने को कहा। पीयूष पुड़िया लेने चला गया।

फिर साजिद ने मेरी पत्नी से कहा-पता नहीं, आज मेरा मन घबरा रहा है। थोड़ी देर छत पर घूम लेता हूं। तभी पीयूष भी आ गया। उसने आयुष से पानी लाने को कहा। फिर उसने भाई जावेद को भी अंदर बुला लिया। जावेद-साजिद, आयुष, आहान और पीयूष को साथ लेकर छत पर चले गए। मेरी पत्नी संगीता पैसे लेने अंदर घर में चली गई। संगीता अंदर से पैसे लेकर बाहर आई, तो साजिद-जावेद जीने से उतर रहे थे।

साजिद-जावेद के हाथ में खून से सनी हुई छुरी थी। उन्होंने मेरी पत्नी को देखते ही कहा कि आज मैंने अपना काम पूरा कर दिया है। यह देखकर संगीता घबरा गई। फिर चिल्लाने लगी। शोर सुनकर आस-पास के लोग आ गए। लोगों ने साजिद को पकड़ लिया। जावेद भाग गया। बाद में आरोपी साजिद खुद को किसी तरह छुड़ाकर फरार हो गया था।

सैलून से सामान निकालकर बाहर फेंका, आग लगाई
घटना से गुस्साए लोगों ने आरोपियों के सैलून में तोड़फोड़ की। सामान को सड़क पर फेंककर आग लगा दी। भीड़ ने मुरादाबाद-फर्रुखाबाद हाईवे पर जाम लगा दिया। घरवालों ने शव लेने आई एम्बुलेंस को भी वापस कर दिया। इसके बाद पैरामिलिट्री फोर्स बुलाई गई।

तब जाकर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। हाईवे से जाम खुलवाया गया। उधर, घटना की सूचना मिलने पर SSP आलोक प्रियदर्शी और DM मनोज कुमार भी मौके पर पहुंचे। अफसरों ने लोगों को समझा कर शांत कराया।

यह आरोपियों की दुकान है, जिसमें भीड़ ने तोड़-फोड़ कर आग लगा दी।

शेखूपुरा जंगल में मारा गया आरोपी
घटना के बाद पुलिस अफसरों ने साजिद और जावेद की तलाश में तीन टीमें लगा दीं। सर्विलांस से उनकी लोकेशन ट्रेस की गई। इसके बाद पुलिस लोकेशन को ट्रेस करते हुए सिविल लाइन थाने के शेखूपुरा जंगल में पहुंची। वहां पर टीम को देखते ही आरोपी ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस की टीमों ने भी मोर्चा संभाला। जवाबी कार्रवाई में गोली चलानी शुरू की।

इसी दौरान एक गोली साजिद के पैर में लग गई। उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ज्यादा खून बहने से उसकी मौत हुई है। वह बाबापुरी इलाके का रहने वाला था।

अब पढ़िए वारदात के बाद बच्चों की मां और दादी ने क्या बताया था….

मां बोली-पैसे मांगे फिर बच्चों को मार दिया

मां संगीता ने कहा- मेरा उन लोगों से कोई विवाद नहीं, पता नहीं क्यों मेरे बच्चों को मार डाला।

बच्चों की मां संगीता ने बताया, साजिद और जावेद बाइक से मेरे घर आए थे। जावेद बाइक लेकर बाहर खड़ा था। साजिद घर के अंदर आया। कहा कि भाभी मेरी पत्नी की डिलीवरी होनी है। वह अस्पताल में भर्ती है। मुझे 5000 रुपए दे दीजिए। मैंने साजिद को पैसे दे दिए।

इसके बाद मैंने उससे कहा चाय पी लो। मैं चाय बनाने चली गई। साजिद ने मुझसे कहा कि मुझे घबराहट हो रही है। मैं थोड़ा छत पर टहल लेता हूं। छत पर जाकर साजिद ने मेरे दोनों बच्चों की हत्या कर दी। हत्या का क्या कारण है पता नहीं है। मेरा उन लोगों से कोई विवाद नहीं है।

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