मध्यप्रदेश में राज्यसभा चुनाव से पहले सियासी गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म है। अब चर्चा इस बात की है कि कमलनाथ राज्यसभा जा सकते हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि उन्होंने 9 फरवरी को सोनिया गांधी से मुलाकात के दौरान राज्यसभा जाने की इच्छा जताई है। हालांकि, कमलनाथ समर्थक इससे इनकार करते हैं। उनका कहना है कि सोनिया से मिलकर कमलनाथ ने एक बार फिर नकुलनाथ को लोकसभा का टिकट दिए जाने की चर्चा की है।
कमलनाथ के BJP में भी जाने की चर्चा है। हालांकि, वे खुद इसे अफवाह बता चुके हैं। इधर, BJP राज्यसभा की पांचों सीट हासिल करने की जुगत में है। बताया जा रहा है कि पार्टी नेता कांग्रेस विधायकों के संपर्क में हैं। वहीं, एक्सपर्ट का कहना है कि कमलनाथ के राज्यसभा और BJP में जाने की संभावना ज्यादा नहीं है। मगर, इतना जरूर है कि यदि कोई दूसरा उम्मीदवार होगा तो उसे क्रॉस वोटिंग का खतरा रहेगा, क्योंकि 20 विधायक कमलनाथ के हैं। पढ़िए ये रिपोर्ट…
नामांकन से पहले कमलनाथ की डिनर पॉलिटिक्स
राज्यसभा की 5 सीटों पर 27 फरवरी को चुनाव होगा। नामांकन की आखिरी तारीख 15 फरवरी है। विधानसभा में विधायकों की संख्या के आधार पर भाजपा के खाते में 4 सीटें जाना तय है। एक सीट कांग्रेस के खाते में जाएगी। अभी इस सीट से कांग्रेस के राजमणि पटेल सदस्य हैं। पटेल OBC वर्ग से आते हैं।
यदि एक बार फिर कांग्रेस OBC चेहरे पर दांव खेलती है तो प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और पूर्व मंत्री अरुण यादव की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है। मगर, कमलनाथ ने 9 फरवरी को सोनिया गांधी से मुलाकात की है। इसके बाद से समीकरण बदले हैं।
कमलनाथ राज्यसभा जाना चाहते हैं, इसे इस बात से भी समझा जा रहा है कि उन्होंने 13 फरवरी को विधायकों को डिनर पर बुलाया है। कहा जा रहा है कि नामांकन की अंतिम तारीख (15 फरवरी) से दो दिन पहले डिनर आयोजित करने का असली मकसद विधायकों का मन टटोलना है।
कांग्रेस की राजनीति पर नजर रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार रशीद किदवई कहते हैं कि यह उम्मीद कम ही है कि कांग्रेस कमलनाथ को राज्यसभा का उम्मीदवार बनाएगी। ऐसा इसलिए, क्योंकि तीन राज्यों (मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ व राजस्थान) में हार के बाद बुलाई गई कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक में सबसे ज्यादा आलोचना कमलनाथ की हुई थी। वे कहते हैं कि यदि कमलनाथ की राज्यसभा जाने की इच्छा है और पार्टी मना करती है तो राज्यसभा के चुनाव पर इसका असर हो सकता है।
राज्यसभा का टिकट नहीं मिला तो क्या भाजपा में जा सकते हैं कमलनाथ
जबलपुर के मेयर जगतबहादुर अन्नू और पूर्व महाधिवक्ता शशांक शेखर के भाजपा में जाने के बाद राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि कमलनाथ या उनके बेटे नकुलनाथ भाजपा में जा सकते हैं। क्योंकि अन्नू और शेखर को कमलनाथ का समर्थक माना जाता रहा है। अब सवाल उठ रहा है कि यदि कांग्रेस हाईकमान कमलनाथ को राज्यसभा का उम्मीदवार नहीं बनाएगी तो क्या वे भाजपा का दामन थाम लेंगे?
वरिष्ठ पत्रकार रशीद किदवई कहते हैं कि फिलहाल इसकी संभावना कम ही है कि कमलनाथ भाजपा में शामिल होंगे। हां, यह हो सकता है कि उनका बेटा नकुलनाथ कांग्रेस छोड़ दे। सवाल यह है कि भाजपा में जाने से कमलनाथ को मिलेगा क्या? वे बहुत ही सीनियर लीडर हैं। भले ही वे सिर्फ एक विधायक हैं, लेकिन उनका राजनीतिक कद बहुत बड़ा है।