मराठा आरक्षण को लेकर मराठा आंदोलन के नेता मनोज जरांगे पिछले 5 दिन से जालना के अपने गांव अंतरवाली सराटी में भूख हड़ताल पर बैठे हैं। लगातार पांचवें दिन कुछ न खाने के चलते उनकी बुधवार (14 फरवरी) को तबीयत बिगड़ गई। उनकी नाक से खून आने लगा।
बिगड़ती तबीयत को देखते हुए जरांगे को डॉक्टरों ने नींद में दवाई दी। जब उन्हें इस बारे में पता चला तो वे नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि अगर सरकार मेरा इलाज करना चाहती है, तो 2 दिन के अंदर आरक्षण को लागू करें। अगर ऐसा नहीं किया तो वे फिर से मुंबई तक मार्च निकालेंगे और प्रोटेस्ट करेंगे। तब तक PM मोदी की राज्य में कोई सभा भी नहीं होने देंगे।
उधर, महाराष्ट्र सरकार ने विधानसभा का एक दिन का विशेष सत्र बुलाया है। बुधवार (14 फरवरी) को सरकार की ओर से जानकारी दी गई कि यह सत्र 20 फरवरी को बुलाया जाएगा। इसमें मराठा आरक्षण को लेकर चर्चा होगी।