हरियाणा और पंजाब में चल रहे किसान आंदोलन से हिमाचल प्रदेश की टूरिज्म इंडस्ट्री को तगड़ा झटका लगा है। दिल्ली, पंजाब व हरियाणा में सड़कें बंद होने से पहाड़ों पर पर्यटक नहीं पहुंच पा रहा। नतीजा- 85% से 90% एडवांस बुकिंग कैंसिल हो गई हैं। वॉक इन टूरिस्ट यानी मौके पर बुकिंग करने वाले सैलानी भी 50% घट गए हैं।
हिमाचल प्रदेश के पर्यटन स्थलों से 13 फरवरी से ही रौनक गायब है। किसानों के प्रोटेस्ट का जल्द समाधान नहीं निकला तो इससे हिमाचल के पर्यटन उद्योग को करोड़ों रुपए का नुकसान झेलना पड़ेगा। फरवरी के पहले दो हफ्ते में हिमाचल के टूरिस्ट स्पॉट्स पर 50 से 75% ऑक्यूपेंसी थी जो यह अब 10 से 25% रह गई है।