पंजाब सरकार की तरफ से बीते साल नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) के तहत पकड़े गए वारिस पंजाब दे मुखी अमृतपाल सिंह व सहयोगियों की बैरक से डिब्रगढ़ सेंट्रल जेल प्रशासन को इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स मिले हैं। असम के डीजीपी जेपी सिंह ने खुद इसकी जानकारी दी। उनके अनुसार पुलिस को NSA सेल में आपराधिक गतिविधियों की जानकारी मिली थी।
जेपी सिंह की तरफ से सांझा की गई जानकारी के अनुसार, डिब्रूगढ़ जेल असम में NSA बंदियों सेल में अनधिकृत गतिविधियों के बारे में जानकारी मिली थी। जिसके बाद NSA ब्लॉक के सार्वजनिक क्षेत्र में अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे। अनधिकृत गतिविधियों की पुष्टि होने पर जेल प्रशासन ने NSA सेल में जांच शुरू कर दी।
NSA सेल में तलाशी अभियान के दौरान सिम के साथ स्मार्टफोन, कीपैड फोन, कीबोर्ड के साथ टीवी रिमोट, पेन ड्राइव, ब्लूटूथ हेडफोन और स्पीकर बरामद हुआ है। इसके साथ ही एक स्मार्ट वॉच और स्पाई-कैम पेन भी मिली है। ये वही सेल है, जहां अमृतपाल सिंह और उसके 9 साथियों को NSA लगाने के बाद रखा गया है।
जब्त किया गया सामान
डीजीपी ने जानकारी दी कि जेल कर्मचारियों ने कानूनी तौर पर सारे सामान को जब्त कर लिया है। ये अनधिकृत वस्तुएं जेल में व NSA सेल में कहां से पहुंची, इसकी जांच शुरू कर दी गई है। इसमें शामिल व्यक्तियों का पता लगाया जा रहा है।
पंजाब का माहौल खराब करने आया था अमृपताल
18 मार्च 2023 को अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने के कुछ घंटे बाद असम की डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल भेज दिया गया था। उसके साथ उसकी 9 सहयोगी भी इस जेल में बंद हैं। अमृतपाल सिंह को अजनाला थाने पर हमला कर अपने साथी को छोड़ने का दबाव बनाने और उससे पहले एक व्यक्ति को बंधी बना मारपीट करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
जब पुलिस ने उसके खिलाफ अभियान शुरू किया तो समझा आया कि उसे ऐसा करने के लिए विदेश से फंडिंग हो रही थी और खालिस्तान मूवमेंट को पंजाब में हवा देने के लिए विदेश में बैठे हरदीप सिंह निज्जर (जिसकी बीते साल हत्या कर दी गई) ने पंजाब भेजा था।