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लालू यादव की दो बेटियां लड़ेंगी चुनाव:रोहिणी बोलीं-जनता के आदेश पर आई हूं; छपरा से लड़ेंगी चुनाव, मीसा भारती नहीं छोड़ेंगी पाटलिपुत्र

लालू यादव की दो बेटियां लोकसभा चुनाव लड़ने जा रही हैं। अपनी एक किडनी डोनेट कर पिता को नई जिंदगी देने वाली रोहिणी आचार्य अब लालू की राजनीतिक विरासत संभालने के लिए तैयार हैं। सबकुछ ठीक रहा तो वह छपरा (सारण) से चुनाव मैदान में उतरेंगी। लालू की बड़ी बेटी मीसा भारती पाटलिपुत्र सीट पर फिर चुनाव लड़ेंगी।

सिंगापुर में रहने वाली रोहिणी के चुनाव लड़ने के कयास कई दिनों से लगाए जा रहे थे, लेकिन अब लालू परिवार के सूत्रों ने दैनिक भास्कर से इसकी पुष्टि कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, रोहिणी को पिछले एक महीने से छपरा, काराकाट, पश्चिमी चंपारण, मधेपुरा और पाटलिपुत्र जैसी सीटों से चुनाव लड़ने का ऑफर आया हुआ है। खुद लालू यादव बेटी को चुनाव लड़ाने के इच्छुक हैं और इसकी जानकारी रोहिणी आचार्य को भी दे दी गई है।

पहले ये तस्वीर देखिए…

गांधी मैदान में 3 मार्च को आयोजित महागठबंधन के जनविश्वास रैली के मंच पर रोहणी दिखी थीं। यह पहला अवसर था, जब वह किसी सियासी मंच पर थीं। लालू ने मंच से रोहिणी का नाम लिया।

कई दौर की बात, सीट लालू फाइनल करेंगे
रोहिणी भी चुनाव लड़ना चाहती हैं, लेकिन पारिवारिक मजबूरियों की वजह से वो पशोपेश में हैं। वह खुलकर कुछ कह नहीं पा रही हैं। इसको लेकर उनके पति और लालू परिवार में कई दौर की बात भी हो चुकी है। ससुराल से चुनाव लड़ने की हरी झंडी भी मिल चुकी है।

हालांकि लालू यादव ने रोहिणी के लिए सीट अभी फाइनल नहीं की है, लेकिन रोहिणी छपरा सीट से चुनाव लड़ना चाहती हैं। छपरा लालू यादव की कर्म भूमि है और रोहिणी भी अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत वहीं से करना चाहती हैं।

हालांकि, सीट का फैसला लालू यादव करेंगे, लेकिन चुनाव लड़ने का अंतिम फैसला खुद रोहिणी को ही करना है। लालू-राबड़ी और तेजस्वी भी रोहिणी को चुनाव लड़ने के लिए हौसला बढ़ा रहे हैं। रोहिणी सिंगापुर में रहती हैं, लेकिन बिहार की राजनीति में सोशल मीडिया के जरिए लगातार बयान देती रहती हैं। उन्होंने भास्कर से बातचीत में कहा कि लोग राजनीति चुनते हैं, लेकिन राजनीति ने उन्हें चुना है।

रोहिणी के पति समरेश सिंह सिंगापुर में ही जॉब करते हैं। चूंकि, रोहिणी के तीनों बच्चे अब बड़े हो गए हैं, इसलिए उनका मानना है कि अब वो चुनावी राजनीति में कदम रख सकती हैं। छपरा लालू यादव की पारंपरिक सीट रही है, लालू यादव भी इसे सेफ मानते हैं। हालांकि पिछले 2 चुनावों में लालू परिवार को यहां हार का सामना करना पड़ा है।

अब जानिए छपरा सीट पर तीन चुनावों की स्थिति…

पाटलिपुत्र सीट पर मीसा ने ठोंका दावा, रीतलाल ने भी पेश की दावेदारी

इधर, लालू यादव की सबसे बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने पाटलिपुत्र सीट पर दावा ठोंक दिया है। पाटलिपुत्र सीट पर RJD को मिल रही लगातार हार मिल रही है। इसको देखते हुए ये कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार लालू यादव पाटलिपुत्र से रीतलाल यादव या भाई वीरेंद्र को टिकट दे सकते हैं। दोनों ही फिलहाल RJD से विधायक हैं।

गुरुवार को लालू यादव से मिलकर राबड़ी आवास से निकले रीतलाल यादव ने पाटलिपुत्र से चुनाव लड़ने की उनकी इच्छा के सवाल पर मीडिया से कहा- ‘हम नहीं चाह रहे हैं, राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव चाह रहे हैं कि हम पाटलिपुत्र क्षेत्र से चुनाव जीतें। जैसा वो सोचेंगे, उसी हिसाब से हम लोगों को चलना है।’ यानी रीतलाल यादव दावा कर रहे हैं कि उन्हें लालू यादव की तरफ से पाटलिपुत्र सीट के लिए हरी झंडी मिल गई है, लेकिन इससे इतर मीसा भारती पाटलिपुत्र से अपना दावा ठोंक रही हैं।

मीसा भारती पाटलिपुत्र सीट से दो बार चुनाव लड़ चुकी हैं, लेकिन दोनों बार हार का सामना करना पड़ा था।

मीसा से जुड़े करीबी सूत्रों ने दैनिक भास्कर से बात करते हुए जोर देते हुए कहा कि वो चुनाव लड़ेंगी और पाटलिपुत्र सीट से ही लड़ेंगी। मीसा इससे पहले भी 2014 और 2019 में पाटलिपुत्र सीट से RJD के टिकट पर चुनाव लड़ चुकी हैं, लेकिन दोनों ही बार उन्हें BJP के रामकृपाल यादव से हार का सामना करना पड़ा था।

2022 में लालू यादव ने मीसा को लगातार दूसरी बार राज्यसभा भेजा था। मीसा भारती का राज्यसभा में अभी 4 साल का कार्यकाल बचा हुआ है। पाटलिपुत्र सीट पर लालू परिवार ही चुनाव लड़ता रहा है, पटना जिले में आने की वजह से इसकी महत्ता और भी बढ़ जाती है। मीसा खुद भी इलाके में एक्टिव रह रही हैं।

इस ग्राफिक्स से जानिए पाटलिपुत्र सीट की स्थिति

तेजस्वी और तेज प्रताप नहीं लड़ेंगे लोकसभा चुनाव

तेजस्वी यादव ने आज तक लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा है और इस बार भी उनके लोकसभा में किस्मत आजमाने की कोई उम्मीद नहीं है। तेजस्वी पूर्व उपमुख्यमंत्री और मौजूदा नेता प्रतिपक्ष हैं, उनका पूरा फोकस राज्य की राजनीति पर है। वहीं तेज प्रताप यादव के भी लोकसभा चुनाव लड़ने की कोई चर्चा नहीं है।

लालू-राबड़ी भी चाहते हैं कि तेज प्रताप उनके पास पटना में रहें। तेज प्रताप के करीबी सूत्रों ने उनके लोकसभा चुनाव लड़ने की किसी भी तरह की सुगबुगाहट से इन्कार किया है।

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