पंजाब में जहरीली शराब से चार दिन
पंजाब में जहरीली शराब पीने से चार दिन में 20 लोगों की मौत हो गई। ज्यादातर लोगों की मौत संगरूर में हुई। पटियाला जिले में भी कुछ लोगों ने दम तोड़ा है। मंगलवार रात शुरू हुआ मौतों का सिलसिला शनिवार तक जारी रहा। दो दर्जन से ज्यादा लोग अभी भी संगरूर और पटियाला के अस्पतालों में भर्ती हैं। इनमें से कुछ की हालत गंभीर है।
इस पूरी घटना की जांच के लिए पंजाब पुलिस के ADGP गुरिंदर ढिल्लों की अगुआई में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) बनाई गई है। इस 4 मेंबरी SIT में पंजाब पुलिस की पटियाला रेंज के DIG हरचरण भुल्लर , संगरूर के SSP सरताज सिंह चहल और एक्साइज महकमे के एडिशनल कमिश्नर नरेश दुबे शामिल हैं।
उधर, पंजाब पुलिस इस जहरीली शराब कांड में अब तक 2 FIR दर्ज करने के साथ एक महिला समेत 8 लोगों को पकड़ चुकी है। इनमें जहरीली शराब बनाने का मास्टरमाइंड भी शामिल है।
चुनाव आयोग ने मांगी रिपोर्ट
पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी ने इस पूरे घटनाक्रम पर चीफ सेक्रेटरी और DGP से तत्काल प्राइमरी और डिटेल रिपोर्ट मांगी है ताकि इलेक्शन कमीशन को सूचना दी जा सके। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग पहले ही इस मामले में चीफ सेक्रेटरी और DGP से रिपोर्ट तलब कर चुका है।
इस बीच पटियाला जिले में शुतराना थाने के SHO और ASI को सस्पेंड कर दिया गया है। जहरीली शराब इस थाने के तहत आते पांतड़ा गांव में ही बनाकर सप्लाई की गई थी।
मंगलवार रात से शुरू हुआ सिलसिला, पहले दिन 4 मौत
संगरूर जिले के गुज्जरां गांव में जहरीली शराब से लोगों के मरने का सिलसिला मंगलवार रात को शुरू हुआ। मंगलवार शाम को गांव के बाहर बने ठेके से सस्ती शराब खरीदकर पीने के कुछ घंटे बाद ही लोगों की तबीयत बिगड़नी शुरू हो गई। गांव के जगजीत सिंह (26), परगट सिंह (46), भोला सिंह (58) और लाड्डी (37) ने रात में ही दम तोड़ दिया।
बुधवार सुबह घटना की खबर फैलते ही पुलिस-प्रशासन गांव पहुंचा और 40 लोगों को संगरूर सिविल अस्पताल पहुंचाया। इनमें से 20 लोगों को पटियाला के राजिंदरा अस्पताल रेफर कर दिया गया।
21 मार्च को 3 ने तोड़ा दम
पटियाला रेफर किए गए 20 लोगों में से 3 ने गुरुवार को वहां दम तोड़ दिया। इनमें 28 साल का गुरसेवक सिंह उपली गांव का रहने वाला था जबकि कुलदीप सिंह (27) व कृपाल सिंह (50) ढंडोली खुर्द के थे।
22 मार्च को 10 लोगों की जान गई
शुक्रवार को 10 और लोगों की मौत हो गई। इनमें गुज्जरां गांव के जरनैल सिंह व हरजीत सिंह के अलावा सुनाम की टिब्बी रविदासपुरा बस्ती के बुध सिंह, दर्शन सिंह पुत्र भीम सिंह व दर्शन सिंह पुत्र कपूर सिंह शामिल रहे।
सुनाम के रवि व कर्मजीत सिंह, जखेपल गांव के ज्ञान सिंह, लेहलकलां के लच्छा सिंह और समाना के सफी नाथ ने भी शुक्रवार को दम तोड़ दिया। इनमें से लच्छा सिंह और सफी नाथ तो टिब्बी रविदासपुरा में अपने रिश्तेदार के घर आए हुए थे और वहीं पर सस्ती शराब पी ली थी।
23 मार्च को 3 और लोगों की मौत
शनिवार यानि 23 मार्च को 3 और लोगों की मौत हो गई। इनमें गुज्जरां गांव का निर्मल सिंह और सुनाम की रविदासपुरा टिब्बी बस्ती के सुखदेव सिंह और बिट्टू शामिल रहे। दर्जनभर लोग अभी भी संगरूर और पटियाला में भर्ती हैं।
जांच के लिए विसरा भेजा जाएगा
पुलिस मरने वालों का पोस्टमॉर्टम करवा रही है। इस दौरान मृतकों का विसरा लिया जाएगा ताकि मौत के सही कारणों का पता चल सके।
संगरूर के सिविल सर्जन डॉ. कृपाल सिंह ने बताया कि चार दिन में अस्पताल के अंदर 40 लोगों को भर्ती कराया गया। इनमें से 20 की मौत हो चुकी है। बाकी 20 लोगों में से 11 को पटियाला के राजिंदरा मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया जा चुका है। कुछ लोग बगैर इलाज करवाए भी चले गए।
महिला समेत 8 गिरफ्तार, यूट्यूब से देखकर बनाई शराब
पुलिस इन्वेस्टिशन के अनुसार, मरने वाले लोगों ने सुखविंदर सिंह और मनप्रीत सिंह से सस्ती शराब खरीदी। सस्ती शराब बनाने का मास्टरमाइंड हरमनप्रीत सिंह है जो पटियाला में पांतड़ा का रहने वाला है। उसने यूट्यूब पर वीडियो देखकर घर में ही सस्ती शराब बनाने की फैक्ट्री लगाई थी और यह उसकी पहली कंसाइनमेंट थी।
हरमनप्रीत ने शराब में एथेनॉल मिलाया था जिसकी वजह से वह जहरीली हो गई। पुलिस ने इन तीनों के अलावा गुरलाल सिंह नामक शख्स को भी अरेस्ट कर लिया है। इनमें से सुखविंदर पर 4, मनप्रीत पर 2, गुरलाल पर 5 और हरमनप्रीत पर पहले से एक केस दर्ज है।
संगरूर के SSP सरताज सिंह चहल ने बताया कि एक महिला समेत 4 और लोग भी पकड़े गए हैं। इनमें चौवास जखेपल गांव का प्रदीप सिंह उर्फ बब्बी, सोमा, सांझू और रोगला गांव का अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श शामिल है।
पुलिस ने हरमनप्रीत सिंह की ओर से घर में बनाई गई अवैध शराब फैक्ट्री से 200 लीटर एथेनॉल, खाली बोतलें, स्टीकर और प्रिंटर बरामद किया है। यह सारा सामान शराब बनाने के काम में इस्तेमाल किया जा रहा था।
मंत्री बोले- सरकार जिम्मेदार नहीं
इस पूरे घटनाक्रम के बाद पंजाब के एक्साइज मिनिस्टर हरपाल सिंह चीमा पर सवाल उठ रहे हैं। अकाली दल ने उनके इस्तीफे की डिमांड की है। उधर पंजाब सरकार भी हरकत में आ गई है। शनिवार को मंत्री अमन अरोड़ा ने पीड़ित परिवारों से बात की।
अरोड़ा ने कहा कि अगर कोई शख्स सरकारी ठेके से शराब खरीद कर मरता है तो उसके लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है लेकिन अगर कोई किसी से सस्ती शराब खरीदता है तो उसके लिए सरकार कैसे जिम्मेदार हो सकती है?
भाजपा प्रवक्ता बोले- पंजाब सरकार जिम्मेदार
उधर, भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि जहरीली शराब से पंजाब में 21 लोगों की मौत हुई है, लेकिन पंजाब सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया है। यह एक राज्य प्रायोजित हत्या है और पंजाब की AAP सरकार इसके लिए जिम्मेदार है। पंजाब के CM भगवंत मान, जिनकी जिम्मेदारी पंजाब को चलाने की है, वह राज्य छोड़कर दिल्ली में राजनीति कर रहे हैं।
वहीं पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि खुद के कट्टर इमानदार होने का दावा करने वाली AAP के लिए यह बहुत शर्मनाक है कि पंजाब में मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में 20 लोग जहरीली शराब से मारे गए।