NEET पेपर लीक केस की जांच कर रही CBI की टीम ने शुक्रवार को धनबाद से एक और गिरफ्तारी की है। गिरफ्तार होने वाले शख्स का नाम पवन है। वह पेशे से कार ड्राइवर है। CBI ने पवन को धनबाद की कंबाइंड बिल्डिंग के पास से गिरफ्तार किया है।
पवन से पूछताछ के बाद CBI ने शहीद गुरुदास चटर्जी फुटबॉल मैदान के पास भाटबांध तालाब पर पहुंची। गोताखोरों की मदद से CBI ने यहां से एक प्लास्टिक की बोरी से एक दर्जन टूटे हुए मोबाइल, दो इंसुलेटर और गले हुए कई डॉक्यूमेंट्स बरामद किए हैं।
भाटबांध तालाब पहुंची टीम ने NDRF से मदद मांगी, लेकिन उनके आने में काफी देर हो गई। इसके बाद स्थानीय गोताखोरों की मदद से तालाब में तलाशी की गई।
दो आईफोन सहित कई दूसरी कंपनियों के मोबाइल
तालाब से सीमेंट की बोरी को बाहर निकाले जाने के बाद टीम ने उसकी तलाशी ली। तलाशी में बोरी से दो आईफोन बरामद हुए। इसके अलावा कई दूसरी कंपनियों के स्मार्टफोन थे। अधिकांश मोबाइल को तोड़ दिया गया था।
हालांकि, इस पूरी जांच-पड़ताल के दौरान न तो CBI की टीम ने कुछ कहा और न ही स्थानीय पुलिस ने कोई जानकारी साझा की है। बताया जा रहा है कि पटना से आई टीम गिरफ्तार आरोपी बंटी को भी साथ लाई थी। बाद में सभी को लेकर देर शाम CBI की टीम पटना चली गई।
धनबाद से गिरफ्तार बंटी ने 16 मोबाइल से अभ्यर्थियों को भेजा था आंसर
इससे पहले पिछले CBI ने बुधवार को अविनाश उर्फ बंटी को धनबाद से गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने उसे 30 जुलाई तक रिमांड पर भेज दिया है। बंटी ने ही अभ्यर्थियों को 16 मोबाइल से पेपर और आंसर भेजे थे। फिर सबूत मिटाने के लिए सभी मोबाइल तालाब में फेंक दिया था।
बंटी के ठिकाने से ब्लूटूथ, प्रिंटर और अन्य डिवाइस भी बरामद हुए। सूत्रों के मुताबिक चचेरे भाई शशिकांत की निशानदेही पर बंटी की गिरफ्तारी हुई। शशिकांत राज गेस्ट हाउस के मालिक राजकुमार सिंह उर्फ राजू का दोस्त है।सीबीआई की टीम हजारीबाग के राज गेस्ट हाउस में। पूरी खबर पढ़ें।
CBI ने हजारीबाग में NEET पेपर लीक का सीन रीक्रिएट किया था
इससे पहले गुरुवार को केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) तीन आरोपियों काे हजारीबाग के उस राज गेस्ट हाउस में ले गई थी, जहां सॉल्वरों ने पेपर सॉल्व किया था। CBI ने वहां जांच के दौरान सीन रीक्रिएट किया और ये समझने की कोशिश की थी कि कैसे ओएसिस एग्जाम सेंटर से प्रश्नपत्र गेस्ट हाउस लाने के बाद उसे सॉल्व कराया गया। इस गेस्ट हाउस से CBI प्रिंटर, इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइस समेत कई दस्तावेज ले गई थी।
सील किए गए इन दस्तावेज पर बीपी राजू, एडिशनल सुपरिटेंडेंट, साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिवीजन, CBI, नई दिल्ली लिखा था। CBI की 12 सदस्यीय टीम के साथ बिहार की टीम भी थी। करीब तीन घंटे तक इस गेस्ट हाउस काे खंगाला गया था। उसके बाद गेस्ट हाउस काे फिर से सील कर दिया गया।