जादवपुर से TMC सांसद और एक्ट्रेस मिमी चक्रवर्ती ने अपने पद से इस्तीफा देने की इच्छा जताई है। मिमी ने 13 फरवरी को अपना इस्तीफा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सौंप दिया था। हालांकि ममता की तरफ से उनका इस्तीफा एक्सेप्ट नहीं हुआ है।
मिमी का कहना है कि वे पार्टी के स्थानीय नेताओं के साथ मतभेद के चलते यह फैसला ले रही हैं। गुरुवार (15 फरवरी) को मिमी ममता से मिलने राजभवन पहुंची थीं। जहां ममता ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह मसलों पर ध्यान देंगी।
फिल्मी बैकग्राउंड के चलते पार्टी नेताओं से हुए मतभेद
मिमी का कहना है- मैंने जादवपुर के लिए एक सपना देखा था, लेकिन मुझे कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। जब कोई व्यक्ति फिल्मी बैकग्राउंड से आता है, तो उसे यह कहकर बदनाम करना बहुत आसान होता है कि वह काम नहीं करता है। मिमी बोलीं- मैं राजनीति की बारीकियों को नहीं समझती। जब मैं लोगों के पास पहुंची, तो मुझे लगा कि बहुत से लोगों को मेरा सांसद बनना पसंद नहीं आया है।
यह पूछे जाने पर कि उन्होंने अपना इस्तीफा लोकसभा अध्यक्ष के बजाय ममता बनर्जी को क्यों दिया, इस पर चक्रवर्ती ने कहा- “एक बार जब मुझे TMC से मंजूरी मिल जाएगी, तो मैं इसे अध्यक्ष को सौंप दूंगी।”
2022 में भी सांसदी छोड़ने का फैसला लिया था
मीडिया से चर्चा के दौरान मिमी ने कहा कि मैंने ममता बनर्जी से 2022 में भी सांसद पद से इस्तीफा देने की बात कही थी। उन्होंने उस वक्त इसे खारिज कर दिया था। इस बार वह जो भी कहेंगी उसके बाद मैं आगे की प्रॉसेस फॉलो करूंगी।
हाल ही में मिमी ने संसद की दो स्थायी समितियों की सदस्यता छोड़ दी है। उन्होंने अपने लोकसभा क्षेत्र में आने वाले स्वास्थ्य केंद्र संगठन के अध्यक्ष पद से भी इस्तीफा दे दिया है।
मिमी अभी भी लोकसभा की सदस्य
मिमी अभी भी सांसद हैं। क्योंकि लोकसभा का कोई सदस्य केवल लोकसभा अध्यक्ष को ही इस्तीफा सौंप सकता है। सांसद को अध्यक्ष को संबोधित करते हुए, अपने साइन के साथ त्यागपत्र देना होता है। अगर उसका इस्तीफा अध्यक्ष स्वीकार कर लेते हैं तो सांसद की सीट खाली हो जाएगी।